वरिष्ठ पत्रकार
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वरिष्ठ पत्रकार
शरद पवार को बेटी सुप्रिया, लालू यादव को अपनी बेटियों मीसा और अपर्णा, सोनिया को राहुल के साथ बेटी प्रियंका, के सी`आर को बेटी कविता के लिए सत्ता के ताज पहनाने के प्रयास का शक्ति परीक्षण है।
आलोक मेहता 11 months ago
श्रीमती गांधी से 25 अप्रैल 1980 को एक इंटरव्यू के दौरान सवाल किया गया, 'हर कोई बेरोजगारी की समस्या की चर्चा करता है। क्या यह इस देश की बुनियादी समस्या है?
आलोक मेहता 11 months ago
एक पत्रकार के नाते 1972 से मैं इंदिरा गांधी, संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, अरुण नेहरु और प्रियंका गांधी के रायबरेली, अमेठी के साथ कांग्रेस के राजनीतिक उतार चढाव देखता, लिखता और बोलता रहा।
आलोक मेहता 11 months ago
सवाल उठता है कि क्या विदेशी ताकतें और जासूसी एजेंसियां अपने स्वार्थों के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों या उनसे जुड़े संगठनों को समय समय पर समर्थन कर रही हैं?
आलोक मेहता 1 year ago
आजकल कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविन्द केजरीवाल के बयान और भाषण सचमुच बहुत आपत्तिजनक और दुखद लगते हैं।
आलोक मेहता 1 year ago
इस मुद्दे पर चुनावी दौर में सार्वजनिक बहस स्वाभाविक है। लेकिन अमेरिकी प्रशासन और उनके अधिकारियों को अपने दामन, घर आँगन को देखना चाहिए।
आलोक मेहता 1 year ago
इस काण्ड में कांग्रेस के नेताओं के समर्थन पर मुझे यह ध्यान आया कि शराब नीति के घोटालों पर दो कांग्रेसी मुख्यमंत्री गंभीर आरोपों के कारण कानूनी मामलों में फंस चुके हैं।
आलोक मेहता 1 year ago
इन दिनों लोक सभा चुनाव के लिए मैदान तैयार हो गए हैं। लेकिन लगता है कि कई नेता, संस्थाएं अदालत के जरिये चुनावी मुद्दे तय करना चाहते हैं।
आलोक मेहता 1 year ago
भारत रत्न से सम्मानित चौधरी चरण सिंह ,कर्पूरी ठाकुर , पी वी नरसिम्हा राव, प्रणव मुखर्जी वर्तमान भाजपा सरकार और संघ की राजनैतिक विचारधारा से एक हद तक भिन्न विचारों वाले और विरोधी भी थे।
आलोक मेहता 1 year ago
गणतंत्र का उल्लेख भारतीय सन्दर्भ में रामराज्य के रुप में होता है। आदर्श गणतंत्र ,जहां सबको आगे बढ़ने और स्वतंत्र अभिव्यक्ति का अधिकार हो।
आलोक मेहता 1 year ago
वर्तमान दौर में कर्पूरी जी के आदर्श अधिक लाभदायक हो सकते हैं। शताब्दी वर्ष में उनके पुण्य स्मरण को आदर्शों के पालन के संकल्प से लिया जाना चाहिए।
आलोक मेहता 1 year ago
अयोध्या में 588 करोड़ व धर्मार्थ कार्य विभाग 936 कुल 1524 करोड़ से मूलभूत सुविधाओं, विकास, कुंड-मठ, मंदिर का जीर्णोद्धार आदि का काम करा रहे हैं।
आलोक मेहता 1 year ago
हाल के वर्षों में खासकर केजरीवाल के सत्ता में आने के बाद विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी नेता केन्दीय जांच एजेंसियों के काम में दीवार खड़ी कर रहे हैं।
आलोक मेहता 1 year ago
अटलजी से मेरा पहला परिचय 1972 में हुआ, जब मैं एक समाचार एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार में संवाददाता था।
आलोक मेहता 1 year ago
कांग्रेसी सांसद धीरज साहू पर इनकम टैक्स के छापों में 350 करोड़ की नकदी बरामद हो चुकी और अभी तो अवैध संपत्ति की तलाश जारी है।
आलोक मेहता 1 year ago
कमलनाथ ने तो 1980 दौर में ही शुक्ल बंधुओं के प्रिय आदिवासी नेता शिवभानु सिंह सोलंकी को मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए पहले अपनी दावेदारी की।
आलोक मेहता 1 year ago
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे मामलों को हम गंभीरता से लेते हैं। जांच समिति पहले से ही बनाई गई है।
आलोक मेहता 1 year ago
बहुत कम लोगों को यह जानकारी होगी कि दुनिया में शराब के व्यापार में भारत तीसरे नंबर पर है। करीब तीन अरब डालर शराब की कमाई है।
आलोक मेहता 1 year ago
राजधानी में संभवतः ऐसे बहुत कम पत्रकार इस समय होंगे, जो 1972 से 1976 के दौरान गुजरात में संवाददाता के रूप में रहकर आए हों।
आलोक मेहता 1 year ago
नई शिक्षा नीति में हिंदी और भारतीय भाषाओँ को सर्वाधिक प्राथमिकता दिए जाने से हिंदी के उपयोग के विस्तार में महत्वपूर्ण सहायता मिलने वाली है।
आलोक मेहता 1 year ago
भारत विरोधी लॉबी के कुछ नेताओं ने तथ्यों को जाने समझे बिना यूरोपीय संसद में मणिपुर हिंसा से जुड़ा एक प्रस्ताव पास करवा दिया।
आलोक मेहता 1 year ago
राहुल गांधी और उनकी समर्थक देशी-विदशी टोलियों ने पिछले महीनों के दौरान भारत में लोकतंत्र खत्म होने, मीडिया के दमन, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की मातमी धुन के कुप्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी।
आलोक मेहता 1 year ago
आप कृपया इस शीर्षक से चौंकिए नहीं और न ही इसे प्रशंसा की अतिशयोक्ति समझें। मैं तथ्य के आधार पर भारतीयों का ध्यान दिलाना चाहता हूं।
आलोक मेहता 1 year ago
मीडिया की आजादी और उसकी आत्म अनुशासन-आचार संहिता, संवैधानिक संरक्षण पर निरंतर जागरूकता निश्चित रूप से आवश्यक है। लेकिन भारत के सुरक्षा तंत्र की जासूसी पर नजर तथा कठोर कानून भी बहुत जरूरी हैं।
आलोक मेहता 1 year ago
मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद क्षेत्र का राजनीतिक वातावरण बदलता रहा है। 2014 में पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश में 11 सीटें जीतने के साथ ही अपना वोट 6 गुना बढ़ा लिया।
आलोक मेहता 1 year ago
ताजा उदाहरण पिछले दिनों कुख्यात अपराधी अतीक अहमद और उसके भाई की प्रयागराज में तीन अपराधियों द्वारा हत्या की खबरों को पूर्वाग्रह और गलत तथ्य तथा सांप्रदायिक रंग देकर पेश करना है।
आलोक मेहता 2 years ago
मानहानि के कानून की आपराधिक धारा को हटाने के लिए मैं वर्ष 2006 से कुछ वर्षों तक एडिटर्स गिल्ड के माध्यम से आवाज उठाता रहा हूं।
आलोक मेहता 2 years ago
गुजरात दंगों पर बनाई गई ‘बीबीसी’ की प्रॉपगेंडा डॉक्यूमेंट्री की आलोचना ब्रिटेन में भी हो रही है।
आलोक मेहता 2 years ago
एक बार फिर हंगामा। मीडिया में कारपोरेट समूह और सत्ता की राजनीति के प्रभाव को लेकर सोशल मीडिया तथा अन्य मंचों पर विवाद जारी है।
आलोक मेहता 2 years ago
वह आकाश से हुई कोई देव वाणी नहीं है। आजादी के 75 साल बाद भारतीय समाज और मीडिया अधिक जागरूक, सक्रिय और शक्ति संपन्न हो चुका है।
आलोक मेहता 2 years ago
अत्याधुनिक संचार साधनों के दौर में लोकतांत्रिक देशों के लिए नई समस्याएं सामने आ रही हैं।
आलोक मेहता 2 years ago
आधुनिक हिंदी पत्रकारिता के दौर पर कुछ भी लिखने के लिए अपने अनुभवों को ही आधार बनाना जरूरी है।
आलोक मेहता 3 years ago
सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय से देशभर के पत्रकारों को बड़ी राहत महसूस हुई है, लेकिन राज्य सरकारों, उनकी पुलिस को भी अपनी सीमाओं को समझकर मनमानी की प्रवृत्ति को बदलना होगा।
आलोक मेहता 3 years ago
दुनिया के लोकतांत्रिक देशों में मीडिया के लिए मार्गदर्शी नियम कानून हैं और उनका पालन बहुत हद तक होता है।
आलोक मेहता 4 years ago
अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार को लेकर कांग्रेस नेता नाना भाऊ फाल्गुन राव पटोले के ऐलान पर वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता ने रखी अपनी बात
आलोक मेहता 4 years ago
एक बार फिर गंभीर विवाद। प्रिंट, टीवी चैनल, सीरियल, फिल्म, सोशल मीडिया को कितनी आजादी और कितना नियंत्रण? सरकार, प्रतिपक्ष और समाज कभी खुश, कभी नाराज।
आलोक मेहता 4 years ago
मालवा क्षेत्र के उज्जैन, इंदौर और सिंधिया रियासत के ग्वालियर में उस समय पत्रकारिता के मामा आदरणीय माणिकचंद वाजपेयी और बाबा राहुल बारपुतेजी को पहले पढ़ने, फिर देखने-मिलने का सौभाग्य मिला
आलोक मेहता 4 years ago
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी क्या अप्रसन्न होंगे? बात उनकी सरकार और व्यवस्था की है। हां, उनके वरिष्ठ सहयोगियों के पास यह जानकारी नहीं होने से कुछ नाराजगी होगी।
आलोक मेहता 4 years ago
इन दिनों मीडिया के कई दिग्गज, राजनेता, सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र में सक्रिय लोग और सामान्य जनता का एक वर्ग किसी लगाम, नियंत्रण, लक्ष्मण रेखा की बात कर रहे हैं।
आलोक मेहता 4 years ago
राक्षस कभी भी, किसी भी रूप में तबाही के लिए आ सकता है। इसी तरह जहर के अनेक रूप होते हैं।
आलोक मेहता 4 years ago
हथियारों के बजाय हमलों के नए तरीके महाशक्तिशाली कहलाने वाले देश ही नहीं, आतंकवाद का सबसे बड़ा पोषक पाकिस्तान भी अपना रहा है।
आलोक मेहता 4 years ago
राजनीतिक गलियारों के अलावा सरकारी एजेंसियां और देश-विदेश की निजी एजेंसियां भी वर्षों से अधिकृत अथवा गैरकानूनी ढंग से भारत में जासूसी करती रही हैं
आलोक मेहता 5 years ago
लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकार की आलोचना-विरोध की पूरी गुंजाइश है, लेकिन क्या यह इतना गंभीर मामला है, जिससे आधुनिक भारत की छवि बिगड़ रही है
आलोक मेहता 5 years ago
मुख्यमंत्री इतनी सी बात नहीं समझ सकते कि बाहर से आने वाले पत्रकार कम से कम पूर्वाग्रही हो सकते हैं। स्थानीय पत्रकार तो स्वयं बाढ़ या अन्य कारणों से सरकार से निजी नाराजगी रख सकता है
आलोक मेहता 5 years ago
समय का पहिया आगे बढ़ने के साथ सरकार और समाज द्वारा बुरी बातें ही नहीं, कई बार अच्छी सलाह भी भुला दी जाती हैं
आलोक मेहता 5 years ago