बाकी पोल्स देखें


विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A द्वारा 14 न्यूज एंकर्स को बायकॉट किए जाने के फैसले को लेकर क्या सोचते हैं आप?

स्वस्थ लोकतंत्र में प्रेस के खिलाफ इस तरह की कवायद को उचित नहीं ठहराया जा सकता 44.04%
विपक्षी गठबंधन द्वारा लिया गया यह फैसला पूरी तरह से सही है 47.71%
यह मामला पूरी तरह राजनीति से प्रेरित लगता है, फिलहाल कुछ कह नहीं सकते 8.26%

मणिपुर हिंसा की कवरेज में पत्रकारिता के सभी पेशेवर मानकों का पालन करने की एडिटर्स गिल्ड की अपील को लेकर क्या है आपका मानना?

ऐसा पहली बार नहीं है जब एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने इस तरह की अपील की हो, आमतौर पर कोई सुनता नहीं है 30.95%
एडिटर्स गिल्ड की अपील प्रासंगिक है, इस पर सभी पत्रकारों और मीडिया घरानों को ध्यान देना चाहिए 22.62%
सिर्फ हिंसा ही नहीं, अन्य मामलों की कवरेज में भी मीडिया को सभी पेशेवर मानकों का पालन करना चाहिए 46.43%

बढ़ती महंगाई को लेकर मीडिया कवरेज पर क्या है आपका मानना?

महंगाई के मुद्दे पर मीडिया ठीक से नहीं कर रहा कवरेज 71.43%
सही है, अन्य मुद्दों की तरह ही मीडिया महंगाई की भी कवरेज कर रहा है 28.57%

बढ़ती महंगाई को लेकर मीडिया कवरेज पर क्या है आपका मानना?

महंगाई के मुद्दे पर मीडिया ठीक से नहीं कर रहा कवरेज 0%
सही है, अन्य मुद्दों की तरह ही मीडिया महंगाई की भी कवरेज कर रहा है 0%

बढ़ती महंगाई को लेकर मीडिया कवरेज पर क्या है आपका मानना?

महंगाई के मुद्दे पर मीडिया ठीक से नहीं कर रहा कवरेज 0%
सही है, अन्य मुद्दों की तरह ही मीडिया महंगाई की भी कवरेज कर रहा है 0%

पत्रकारों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा ‘स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर’ (SOP) की तैयारी को लेकर क्या है आपका मानना?

सरकार को इस दिशा में काफी पहले ही कदम उठा लेने चाहिए थे 55%
देर आयद, दुरुस्त आयद, सरकार का यह फैसला बिल्कुल सही है 35.71%
अलग से इस तरह के कदम उठाए जाने का कोई औचित्य नहीं है 9.29%

चैनलों की कीमतों को लेकर ब्रॉडकास्टर्स और केबल ऑपरेटर्स के बीच विवाद पर क्या है आपकी राय?

केबल ऑपरेटर्स को ब्रॉडकास्टर्स की बात माननी चाहिए, क्योंकि दर्शक चैनल नहीं देख पा रहे हैं 4.76%
नहीं, केबल ऑपरेटर्स दर्शकों के हित में सोच रहे हैं, उन्हें अपनी लड़ाई जारी रखनी चाहिए 28.57%
केबल ऑपरेटर्स की बात सही है, ब्रॉडकास्टर्स चैनल की कीमतें बढ़ाकर अपना हित सोच रह हैं 61.9%
मामला कोर्ट में है, इसलिए फिलहाल इस पर कुछ कहना सही नहीं होगा 4.76%

‘हेट स्पीच’ को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा न्यूज चैनल्स को लगाई गई लताड़ को लेकर आपका क्या मानना है?

सुप्रीम कोर्ट का यह कदम सराहनीय है, क्योंकि तमाम न्यूज चैनल्स हेट स्पीच को बढ़ावा दे रहे हैं। 46.99%
मीडिया को अपना काम अपने हिसाब से करने देना चाहिए, उसमें अदालत का दखल नहीं होना चाहिए। 16.87%
न्यूज चैनल्स कुछ भी गलत नहीं कर रहे हैं, जो जैसा है उसे वैसा परोसकर वह अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। 3.61%
‘हेट स्पीच’ को बढ़ावा देने वाले न्यूज चैनल्स और एंकर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी ही चाहिए। 32.53%

क्या 2022 में न्यूज चैनलों ने सुधारी है अपनी विश्वसनीयता

हां, चैनलों का खबरों पर फोकस बढ़ा है और विश्वसनीयता सुधरी है 25%
नहीं, चैनलों का हाल अभी भी बुरा है, खबरें कम, राय देने में फोकस ज्यादा है 67.5%
कोरोना काल में चैनलों ने सही काम किया था, अब फिर अपने पुराने ढर्रे पर हैं 7.5%

फेक न्यूज पर लगाम लगाने के लिए पीएम मोदी के ‘मूलमंत्र’ को कितना कारगर मानते हैं आप?

फेक न्यूज पर पूरी तरह रोकथाम असंभव है, इस पर काफी हद तक काबू अवश्य पाया जा सकता है। 30.77%
पीएम मोदी ने बहुत ही अच्छा ‘मूलमंत्र’ दिया है, इससे अवश्य फेक न्यूज पर लगाम लगेगी। 38.46%
फैक्ट चेक के अलावा फेक न्यूज की रोकथाम के लिए सरकार को कोई ठोस मैकेनिज्म भी तैयार करना होगा। 30.77%